Skip to main content

Posts

Showing posts from July, 2017

विकृत से उत्कृष्ट की यात्रा।

💐आज कल समाज में अजीब सा आक्रोश है। जहां तहां बहुत अजीब से अत्यंत भावनात्मक अहम टकरा रहे है। समाज कुछ अपनी सहनशीलता खोता जा रहा है। अजीब सी स्तिथि तैयार हो रही है या बनती महस...

और मुस्कुराना तो है ही।

💐क्या कहें किससे कहें।सब तरफ अपने आप से सब मशगूल हैं ।सब इस तरह की हम कमोबेश काम से ही नज़र आतें है। दौड़ती है जिंदगी कुछ इस रफ्तार से के हम पीछे से छूटे जाते है। कहें दिल की किसस...

कुछ टूटती उम्मीदें

💐जीवन में कई बार प्रस्थितियाँ आप की समझ के बाहर होती है। सब कुछ बेहतर देने के बाद बेहतर मिलना मुश्किल सा महसूस होता है। परिणाम आशा अनुरूप हर बार नही मिलते। अपनो से न मिले तो ...

कुछ अपने लिए भी

💐जीवन के क्रम में हम अपने आपसे बहुत सीखते और बहुत से सकारत्मक और नकारत्मक बदलाव अपने अंदर लाते रहते है। हम बात सकारत्मक बदलावों पे ही करेंगे। क्या आप अपने को रोज़ कुछ वक्त द...

जानवर या इंसान

💐आज नेपाल बिहार की इस यात्रा के अंतिम चरण में हूँ। कल बीरगंज से बापसी में नेपाल सीमा से भारत की सीमा में प्रवेश करना था। हम  बहुत कहते हैं कि भारत नेपाल से बहुत आगे है और दम भर...

बिहार एक नज़र

💐दो दिन से बिहार नेपाल यात्रा का दौर है। कल जहां गोलगप्पे खाये थे वहीं ढाबे पे परवल आलू का भजिया बनवाये और खाये थे। बहुत स्वादिष्ट बनाया था आनंद आ गया था। भारद्वाज ढाबा है अ...

बस्तियां

💐इंसानी बस्तियां हिंदुस्तान में तेज़ी से बढ़ती जा रही है। जनसंख्या तेज़ी से बढ़ रही है। ऐसे में इंसानों और जंगली जानवरों का संघर्ष नया रूप ले बड़ रहा है। जब भी आप हवाई यात्रा पे ...