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Showing posts from September, 2018

कुछ यदों के झरोखे से"चेतक'।

🌹🙏🏼❣❣❣🇮🇳❣❣❣✍🏼🌹 वो भी क्या दिन थे नीचे चेतक ऊपर खुला आसमान। किक लगते ही वो बातें होती थी कुछ तेज़ हवा से।। सबसे आगे निकलते ही क्या जोश ए जवानी भरता था। कभी हम अपने को कभी चे...

ख्वाब।

🌹🙏🏼❣❣❣🇮🇳❣❣❣✍🏼🌹 लफ्ज़ क्या मुह से हमारे निकले के ख्वाबों की तहरीर बन गये। हम ख्वाबों में निकले और किसी की तदवीर बन गए।। मुनासिब तो ये होता के हम सचमुच की जिंदगी जीते। मग...

स्वर्णिम इतिहास।

🌹🙏🏼❣❣❣🇮🇳❣❣❣✍🏼🌹 ये भारत के इतिहास की शौर्य गाथा है। ये भारत के स्वर्णिम इतिहास की कहानी है।। जो आप को सुननी और मुझे सुनानी है। ये भारत के स्वर्णिम इतिहास की कहानी है।। ...

पता ही न चला।

🌹🙏🏼❣❣❣🇮🇳❣❣❣✍🏼🌹 बस वक़्त बदल रहा है और हम चले जा रहे है। तहजीब रोज नये नये रंग लिए है और हम  देख रहे है।। जो कभी राम राम बहुत  आम हुआ करती थी कहाँ खो गयी पता ही न चला। जो कभी प्...

जीवन के रस रंग।

🌹🙏🏼❣❣❣🇮🇳❣❣❣✍🏼🌹 मंत्रमुग्ध हूँ जीवन मैं बसे रस रंगों से। हर तरफ बहार ही नज़र आती है।। मन इसके रसों का सदैव पान करता है। शरीर इसके इंद्रधनुष से सजा रहता है।। बहुत से रिश्...

जीवात्मा और जीव का सम्बंध।

🌹🙏🏼❣❣❣🇮🇳❣❣❣✍🏼🌹 बहुत वर्ष बीते हमारे पड़ोस में एक प्रसिद्ध मीमांसक रहा करते थे।ब्राह्मण कुल से ही थे।उनका पोता हमारे मित्रमंडली का हिस्सा था।बताया करता था बाबा बहुत ...

मीमांसा और मीमांसक।

🌹🙏🏼❣❣❣🇮🇳❣❣❣✍🏼🌹 बहुत वर्ष बीते हमारे पड़ोस में एक प्रसिद्ध मीमांसक रहा करते थे।ब्राह्मण कुल से ही थे।उनका पोता हमारे मित्रमंडली का हिस्सा था।बताया करता था बाबा बहुत ...

गुलाब के रंग आप के एहसासों के संग।

🌹🙏🏼❣❣❣🇮🇳❣❣❣✍🏼🌹 गुलाब मुझे बहुत भाते है ।आज परिवार के साथ कुछ पौधे लेने नर्सरी गया।वहां देसी गुलाब ढूंढे।बातों बातों में पता चला ये हमारी बिटिया को भी बहुत भाते है।ग...

आशिक़ और इश्क़।

🌹🙏🏼❣❣❣🇮🇳❣❣❣✍🏼 आशिक़ों के बहुत से प्रकार होते है।हंसिये मत।सच कह रहा हूँ।ज्यादा तादात एक तरफा आशिक़ों की होती है।ज्यादतर तो स्कूल कॉलेज के समय से क्लास में ही ऐसा एकतरफ...

दम दम दम।

🌹🙏🏼❣❣❣🇮🇳❣❣❣✍🏼🌹 दम दम दम अरे देखो दम। बहुत है हममें तुममें सबमे दम।। जहां खड़े हो जायें दिखा दे दम। जहां चल पड़े दिख जाये दम।। जहां दौड़ पड़े लगा दे पूरा दम। जहां कूद जाये दिख...

क्यों जवान?

🌹🙏🏼❣❣❣🇮🇳❣❣❣✍🏼🌹 क्यूं रे जवान ये तो बता सरहद तेरी लगती क्या है? क्यों मर मिटने को हमेशा तैयार है तू? कोन है जिसे तू बचाना चाहते है? क्यों तुझमे इतना जस्बा है? ईश्वर भी तुझसे ...