Skip to main content

Posts

Showing posts from August, 2019

संसार और कृति।

🌹🙏❣❣❣❣❣🇮🇳❣❣❣❣❣✍🌹 कितनी भिन्न भिन्न रचनाओं से पटा संसार है। हर एक कृति भिन्न है हर एक छटा निराली है। जिधर देखता हूँ कुछ सुंदर साअच्छा दिखता है। कभी सोचता हूँ ये माया वश...

कुछ प्रश्न।

🌹🙏❣❣❣❣❣🇮🇳❣❣❣❣❣✍🌹 काहे मन पे इतना कुछ लगाते हो। काहे किसी के लिये दिल जलाते हो। काहे किसी से उम्मीद लगाते हो। काहे किसी को दिल की सुनाते हो। कौन है जो तुम्हें कभी सुनेग...

ज्ञान का दीपक।

🌹🙏❣❣❣❣❣🇮🇳❣❣❣❣❣🙏🌹 अपने भीतर रोज़ ज्ञान का दीपक अब  जलाता हूँ मैं। अपनी खोज में निरंतर लगा हूँ मै। बहुत से मेरे अंधेरे छटने लगे। मुझे जीवन के आईने दिखने लगे। अंधेरों मे...

मौत।

🌹🙏❣❣❣❣❣🇮🇳❣❣❣❣❣✍🌹 मौत ने कहा मैं तो एक सच हूँ। झुठलाते किसे जाते हो। जब तक में सामने न आऊं भुलाये रहते हो। अपने कर्मो से सदा हम बेपरवाह बन जाते हो। किस और जीवन जायेगा अनज...

लहरें।

🌹🙏❣❣❣❣❣🇮🇳❣❣❣❣❣✍🌹 वक़्त यू ही गुजरता रहा हम किनारे बैठे रहे। जिंदगी की लहरें टकराती रही हम निहारते रहे। कुछ उछल के छू जाती हम महसूस करते रहे। जब बापिस जाती तो ओझल होती द...

कभी कभी।

🌹🙏❣❣❣❣❣🇮🇳❣❣❣❣❣❣✍🌹 कभी कभी बहुत आंदोलित होता हूँ मैं। व्यवस्थाओं के शिखर का बोझ ढोता हूँ मैं। हर और फैले मैले को शायद ढोता हूँ मैं। कभी नगवार गुजरे तो  बेमन होता हूँ मै...

ए मुल्क।

🌹🙏❣❣❣❣❣🇮🇳❣❣❣❣❣❣✍ ए मुल्क तुझे भी मेरी जरूरत है। तेरी हर सरहद पे मेरी नज़र पूरी है। कोई आंख जो उठाए उम्र उसकी पूरी है। जोश की मुझमे भी कोई कमी नही है। तेरी हर सरहदों पे समझ...

भारतीय संविधान भाग 8 अनुच्छेद 239 कख़ व ख।

🌹🙏❣❣❣❣❣🇮🇳❣❣❣❣❣✍🌹 भारतीय संविधान भाग 8 अनुच्छेद 239 कख़ व ख। 239कख. सांविधानिक तंत्र के विफल हो जाने की दशा में उपबंध —यदि राष्ट्रपति का, उप-राज्यपाल  से प्रतिवेदन मिलने पर  य...

भारतीय संविधान भाग 8 अनुच्छेद 239।

🌹🙏❣❣❣❣❣🇮🇳❣❣❣❣❣✍🌹 भारत का संविधान – भाग 8 संघ राज्यक्षेत्र [1][संघ राज्यक्षेत्र] [2][239. संघ राज्यक्षेत्रों का प्रशासन–(1) संसद  द्वारा बनाई गई विधि द्वारायथा अन्यथा उपबंधित  ...

करौंदे।

🌹🙏❣❣❣❣❣🇮🇳❣❣❣❣❣✍🌹 चलिये आज आप का मुह कुछ खट्टा कराया जाये।स्कूल की छुट्टी के बाद बहुत चुराये।खट्टा फल करौंदा।करौंदे का कच्चा फल कड़वा, अग्निदीपक, खट्टा, स्वादिष्ट और ...