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Showing posts from October, 2022

आजकल

🌹🙏♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️🇮🇳♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️✍️🌹 हर शख्स आजकल कुछ डरा सा हुआ  है। हर और कुछ नफरती माहौल बना सा हुआ है। हर और एक अजीब सी दहशत का साया  हुआ है। हर किसी के मन में अजीब सा क्रोध पनप रहा है। हर तन मानवता को शर्मशार करने पे तुला हुआ है। हर और हर चीज में एक खोट सा नजर आता है। उफ्फ ये क्या हो रहा है मन से मन जुदा हो रहा है। दोस्त अब कौन है ये गुजरे जमाने की बात है। हर और मतलब परस्ती का मौहल सा बना हुआ है। रिश्तों की डोर भी बहुत ढीली सी हो गई है। पैसों का रिश्तों की डोर पे वजन सा पड़ा हुआ है। रुतबे की सरकार है सब दफन सा किया हुआ है। हर और अजीब सी कर्कश चीखें सुनाई देती है। हर इंसान पता नही कौन सा हैवान बना हुआ है। समय तो प्रगति का है पर  सोच का पतन हुआ है। घोर कलयुग सुना था अब साक्षात सा हुआ है। न जाने कब प्रकृति को एक बार ख्याल आयेगा। शायद तभी सतयुग लौट कर फिर आयेगा। एक राम भी होगा मर्यादा भी होगी समय भी होगा। इसी इंतजार में इंसान फिर शायद लौट के इंसानियत पे आयेगा। धन्यवाद। शुभरात्रि। ♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️🌹♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️ जय हिंद। "निर्गुणी"

आत्मा का आनंद।

🌹🙏♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️🇮🇳♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️✍️🌹 आत्मा का आनंद ही परम आनंद है। आत्मा से आती अंतर्ध्वनी ही सत्य है। आत्मा ही संसार में सबसे पवित्र  है। आत्मा ही अमर है मृत्यु शरीर की होती है। आत्मा सुंदर है इसकी सुंदरता का एहसास करें। आत्मा ही आनंद रूप में ध्यानावस्था है प्राप्त करें। आत्मा ही जीवन का संगीत है इसे सुने। आत्मा ही निर्विकार है इस सत्य को समझे। आत्मा ही मन की स्वामी है इस से संवाद साध लें। आत्मा एक शुद्ध विचार रूप है इससे ज्ञान लें। आत्मा प्रेम से पूर्ण है इससे ही प्रेम करें। आत्मा ज्योति पुंज है इससे अपने को रोशन करें। आत्मा कर्म से बंधी है इसे सदा स्वच्छ रखें। आत्मा सदा सुख में रहती है सुखी रहना सीखें। आत्मा शरीर व्याधियों का पार है इसकी आवाज सुने। आत्मा ही सबसे मजबूत शस्त्र है इसपे विश्वास रखें। आत्मा ही हर वक्त आपके साथ है ख्याल रखें। आत्मा से बड़ा कोई दोस्त नहीं इसका एतबार रखें। आत्मा ही परम आनंद की स्वामी है आनंद हमेशा बनाए रखें। आत्मा संग आनंद और बस आनंद है इससे ही हर वक्त  राब्ता रखें। धन्यवाद। शुभ रात्रि। ♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️🌹♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️ जय हिंद। "निर्गुणी"