🌹🙏❣❣❣❣❣🇮🇳❣❣❣❣❣✍🌹 युवा पीढ़ी में बहुत जोश है पढ़ने का जरा कम होश है। एक लाइन शुरू करे के इससे पहले खत्म करने की जल्दी है। किताबें बहुत पड़ी है किसको इन्हें पढ़ने की पड़ी है। ज्ञान बहुत है गूगल में जरा सी उंगली मारो दुनिया सामने खड़ी है। क्या कमी है किताबों में इसकी सारी जंग दिमाग मे छिड़ी है। गूगल बाबा के बाद व्हाट्सएप्प बाबा भी मैदान में है। जो गूगल पे न मिले उसे कहीं से घूमता घुमाता आपके सामने ले आये। अब ज्ञानी नये दौर से गुजर रहे हैं व्हाट्सएप्प से ज्ञान अर्जन कर रहे है। कहते है ना के देखा कभी भूलता नही येही ज्ञान ले रहे है। जो कुछ भी दिखाया जाये सच्ची सच्ची सच मान रहे है। जो कूड़ा कचरा वहां बिखरा है सब दिमाग मे डाल रहे है। जिसे साफ सुथरा होना चाहिए था कूड़ा घर बना रहे है। किताबे पड़ने से आंखे दुखती है ये मन ही मन जान रहे है। हर सहज को और सहज समझ सहजता से भीतर समा रहे है। एक नया दौर है जहां व्हाट्सएप्प बाबा अपना ज्ञान धड़ल्ले से बांट रहे है। पहले क्लास में एक आधा कुशाग्र ब मुश्किल मिला करता था। अब एकसौ दो प्रतिशत व्हाट्सएप्प छात्र कुशाग्र बुद्धि के पाये जा रहे है। प्रोफेस