🌹🙏❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️🇮🇳❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️✍️🌹 मेरा पैतृक घर पंजाब के जिला रूप नगर की तहसील आनंदपुर साहिब के पास है। मेरे अपने गांव में पांडव कालीन शिव मंदिर है।मगर आज की कहानी उसके पास ही स्थित मंदिर सिद्ध चानन या कहें सिद्ध चानो की है। यह प्राचीन मंदिर हमारे गांव से 5 किलोमीटर दूरी पर है। इसका इतिहास भी द्वापर युग से जुड़ा हुआ है। इसकी कहानी जानने के लिए कुछ खोजबीन करनी पड़ी। सोचा आप से भी सांझा करूं। शुरू करते है अरदास से। मैने भी करवाई । जै जै बाबा सिद्ध चानो जी, रखे तू रखावे तू, वख्शे तू वख्शावे तू, दुशमन की दौड़ से, घोड़े की पौड़ से, रक्षा करनी बाबा जी, हिन्दु को काशी, मुसलमान को मक्का, दुशमन को तेरे नाम का धक्का। जय बाबा सिद्ध चानो जी। यह सिद्ध बाबा चानो की अरदास है। बाबा सिद्ध चानो के उत्तर भारत में बहुत से मंदिर हैं और उनकी मान्यता है। इनमें कुछ मंदिर जैसे मेरे गांव के पास आनंदपुर तहसील का मंदिर, हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के प्रागपुर का मंदिर, बिलासपुर जिले के समैला का मंदिर और हमीरपुर जिले के पिपलु के मंदिर काफी प्रसिद्ध हैं। वैसे तो इन मंदिरों में हर दिन ही भक्तों का तांता लगा