🌹🙏🏼❣❣❣❣🇮🇳❣❣❣❣✍🏼🌹
जन्मदिन भी क्या मुशायरा है।
महफ़िल सजती है मुबारकेँ होती है।।
दिन में दोस्तों से महफ़िल सजती है।
शाम कुछ अपनो में रंगीन होती है।।
सुबह का आगाज़ होते ही बधाई आती है।
सांझ होते ही बधाई जम के मनाई जाती है।।
कही तो तोहफे शब्दों की राह पकड़ते है।
कही ये पत्रों कार्डो गिफ्टों से सजते है।।
कही ये आस तो कहीं प्यास लिये होते है।
ये वो तराने है जो झूम के बजते है।
आप भी गाते हो शामिल हो लुत्फ लेते है।।
तारीफों के पुल बंधते है आप करीब आतें है।
कुछ दूरियां केक का एक पीस मिटाता है।।
मोमबत्ती बुझाते ही मन रोशन हो जाता है।
तालियां बजती है दिल खुश हो जाता है।।
मन बार बार कहता है हम भी अगर बच्चे होते।
बचपन कुछ वक्त के लिए फिर लौट आता है।
मुशायरा और भी हसीन से हसीन हो जाता है।।
जन्मदिन के शायर को किसी का प्यार मिलता है।
कभी किसी का दिल से प्यारा आशीर्वाद मिलता है।।
हर उम्र में उमंगे कुछ क्षणों की जवानी लेती है।
बड़े हो या बच्चे सब आप के चेहरे पे केक का दंगल करते है।
कुछ प्यार से लकीर मारते है बाकी केक से चेहरा मसाज करते है।।
स्कूल कॉलेज में तो गिनके बम्प मिलते है।
कभी कभी तो दबा के लाते भी पड़ती है।।
घर मे शालीनता होती है आफिस में जेब कटती है।
याद यहीं आता है बस महफिलें सजती है और मुबारकेँ होती है।।
जय हिंद।
****🙏🏼****✍🏼
शुभ रात्रि।
🌹🌹🌹🌹🌹❣🌹🌹🌹🌹🌹
🌹🙏🏼🎊🎊🎊😊🎊🎊🎊✍🏼🌹 आज एक रस्म पगड़ी में गया हमारे प्यारे गोपाल भैया की।बहुत अच्छे योगाभ्यासी थे।रोज सुबह योगा सेवा में योग की कक्षा भी लगाया करते थे।बहुत शुद्ध साफ निर्मल तबीयत के और बेहद अच्छे व्यक्तित्व के मालिक थे। उम्र रही तक़रीबन 56 साल।एक गम्भीर बीमारी ने एक जीवन असमया लील लिया।पारिवारिक संबंध है हमारे।उनके पुत्र को देख के मुझे 26 जुलाई 2009 की याद आ गयी।मेरे पिता जी की मृत्यु हुई और हमारे यहां रस्म पगड़ी तेहरवीं पे ही होती है।ये उत्तर भारत के रस्मों रिवाज का हिस्सा है।पिता के बाद घर मे ज्येष्ठ पुत्र को आधिकारिक रूप से परिवार का मुखिया बनाया जाता है।समाज के सामने और जो पगड़ी बांधी जाती है सारा समाज जो वहां उपस्थित होता है अपने स्पर्श से पगड़ी को अधिकार सौंपता है। थोड़ा संकलित ज्ञान इसपे ही हो जाये।रस्म पगड़ी - रस्म पगड़ी उत्तर भारत और पाकिस्तान के कुछ क्षेत्रों की एक सामाजिक रीति है, जिसका पालन हिन्दू, सिख और सभी धार्मिक समुदाय करते हैं। इस रिवाज में किसी परिवार के सब से अधिक उम्र वाले पुरुष की मृत्यु होने पर अगले सब से अधिक आयु वाले जीवित पुरुष के सर पर रस्मी तरीके से पगड़ी (जिस
Comments
Post a Comment