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दुनिया वाकई बहुत बड़ा बाजार है सजा दरबार है।
हर और हर कुछ न कुछ सब कुछ देखो बिक रहा है ।
कीमत देने वाला चाहिए सब मिल रहा सब बिक रहा है।
हर कोई अपनी दुकान सजाए लगाये जो देखो खड़ा है।
कोई दिल बेच रहा है कोई इमान का सौदा कर रहा है।
कोई धर्म की आड़ में फ़क़ीरीं बेच रहा है कोई विश्वास बेच रहा ।
कोई रिश्तों को ही बेच गया कोई लहू का सौदा कर रहा है।
कोई ज्ञान बेच रहा है कोई साधना और ध्यान बेच रहा है।
कोई अपना पेशा बेच रहा है हर कोई अपनी कला बेच रहा है।
कोई चमड़ी बेच के दमड़ी बना रहा है कोई चेहरे बेच रहा है।
अब तो शायद भगवान से लेकर इंसान तक अपनी अदालत बेच रहा है।
कोई पद बेच रहा कोई सच के सहारे भ्रष्टाचार बेच रहा है।
कोई जुमले बेच रहा कोई बर्बाद आंखों को सपने बेच रहा है।
कोई अपनी पहचान हो बेच रहा कोई भूख बेच रहा है।
कोई झूठ पे झूठ बेच रहा बचा तो झूठ का प्रचार बेच रहा है।
कोई संताने बेच रहा कोई तो कोख ही बेच जीवन चला रहा है।
कोई अंग दान में जीवन से खेल अंग बेच रहा कोई
मुफ़्लसी बेच रहा है।
बोलो क्या खरीदोगे ये बाजार ये दुनिया वाकई बहुत बड़ा बाजार बना हुआ है।
हर और हर कुछ न कुछ सब कुछ देखो बिक रहा है ।
मोल देने का दम तो भरो देखो ये संसार बिक रहा है।
जय हिंद।
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शुभ रात्रि।
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🌹🙏🏼🎊🎊🎊😊🎊🎊🎊✍🏼🌹 आज एक रस्म पगड़ी में गया हमारे प्यारे गोपाल भैया की।बहुत अच्छे योगाभ्यासी थे।रोज सुबह योगा सेवा में योग की कक्षा भी लगाया करते थे।बहुत शुद्ध साफ निर्मल तबीयत के और बेहद अच्छे व्यक्तित्व के मालिक थे। उम्र रही तक़रीबन 56 साल।एक गम्भीर बीमारी ने एक जीवन असमया लील लिया।पारिवारिक संबंध है हमारे।उनके पुत्र को देख के मुझे 26 जुलाई 2009 की याद आ गयी।मेरे पिता जी की मृत्यु हुई और हमारे यहां रस्म पगड़ी तेहरवीं पे ही होती है।ये उत्तर भारत के रस्मों रिवाज का हिस्सा है।पिता के बाद घर मे ज्येष्ठ पुत्र को आधिकारिक रूप से परिवार का मुखिया बनाया जाता है।समाज के सामने और जो पगड़ी बांधी जाती है सारा समाज जो वहां उपस्थित होता है अपने स्पर्श से पगड़ी को अधिकार सौंपता है। थोड़ा संकलित ज्ञान इसपे ही हो जाये।रस्म पगड़ी - रस्म पगड़ी उत्तर भारत और पाकिस्तान के कुछ क्षेत्रों की एक सामाजिक रीति है, जिसका पालन हिन्दू, सिख और सभी धार्मिक समुदाय करते हैं। इस रिवाज में किसी परिवार के सब से अधिक उम्र वाले पुरुष की मृत्यु होने पर अगले सब से अधिक आयु वाले जीवित पुरुष के सर पर रस्मी तरीके से पगड़ी (जिस
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