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नारियल पानी- प्रकृति का उत्तम उपहार

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कुछ समय पहले फरवरी में मुझे कोविद हुआ। नारियल पानी पीने को बोला गया। मगर ज्यादा पी नही सका। कुछ मन खराब सा रहा उन दिनों। फिर ठीक हुआ और अपने मित्र के साथ सैर को जाने लगा। सैर के रास्ते मे नारियल पानी वाले कि अस्थाई दुकान पड़ती थी। रोज नारियल का लुत्फ लिया। शरीर मे नारियल पानी जाते ही भीतर ठंडक का एहसास होता था। लिखना कुछ समय से हो भी नही पा रहा था। सो नारियल पानी के बारे में जानकारी भी ज्यादा इकठ्ठी नही की।आज इसी पे चर्चा है। इसकी उम्दा जानकारी हाथ लगी। तो आप भी समय निकाल के पढ़िये।
अगर आप गर्मी के मौसम में ठंडक व ताजगी चाहते हैं, तो नारियल पानी से बेहतर कुछ नहीं है। नारियल पानी पीने से न सिर्फ गर्मी दूर भागती है, बल्कि यह सेहत के लिए भी अच्छा है। यह एकमात्र ऐसा फल है, जिससे प्राकृतिक रूप से शुद्ध मीठा पानी मिलता है। इस पानी में किसी भी तरह का केमिकल नहीं होता, इसलिए स्वास्थ्य के लिहाज से यह उत्तम है। नारियल पानी न सिर्फ गर्मी का रामबाण इलाज है, बल्कि यह कई शारीरिक समस्याओं को दूर करने में सक्षम है। 
चलिये सबसे पहले हम नारियल पानी पीने के फायदे के बारे में बात करते हैं।
1. हृदय के लिए -हृदय स्वस्थ रखने के लिए नियमित व्यायाम के साथ-साथ हमेशा खुश रहना और संतुलित व पौष्टिक आहार जरूरी है। दैनिक आहार में अगर कोकोनट वाटर को भी जोड़ दिया जाए, तो यह स्वस्थ हृदय के लिए लाभकारी हो सकता है। विभिन्न वैज्ञानिक शोध में पाया गया है कि नारियल पानी के सेवन से शरीर में लिपिड मेटाबॉलिज्म का स्तर नियंत्रित रहता है ।दरअसल, अधिक लिपिड से हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है। रक्त में अधिक लिपिड की मात्रा को हाइपरलिपेडिमिया कहा जाता है। यह हृदय संबंधी समस्या को बढ़ाने के साथ ही धमिनयों को ब्लॉक करके हार्ट अटैक की आशंका को बढ़ा देती है । इसी वजह से माना जाता है कि नारियल पानी के फायदे में हृदय रोग से बचाना भी शामिल है।
2. रक्तचाप-नारियल पानी के गुण में एक रक्तचाप को नियंत्रित करना भी शामिल है। कई वैज्ञानिक रिसर्च में  भी यह साबित हुई है। उच्च रक्तचाप वाले लोगों पर किए गए एक अध्ययन की मानें, तो नारियल पानी सिस्टोलिक रक्तचाप (रक्तचाप के ऊपर की संख्या) में सुधार करता है । इसके अतिरिक्त, कोकोनट वाटर में एंटीथ्रोम्बोटिक गुण होते हैं, जो रक्त के थक्के बनने नहीं देते, जिससे रक्तचाप नियंत्रित रह सकता है । एक अन्य शोध में भी कहा गया है कि नारियल पानी का सेवन करने से उच्च रक्तचाप वालों के ब्लड प्रेशर में 5 प्रतिशत तक की कमी आ सकती है ।
3. किडनी की पथरी-कुछ लोगों को किडनी में पथरी की समस्या हो जाती है। जब किडनी में क्रिस्टल जैसे पदार्थ इकट्ठा हो जाते हैं, तो वो पथरी का रूप ले लेते हैं। इस समस्या से जूझ रहे सभी लोगों को अधिक तरल पदार्थ पीने की सलाह दी जाती है । तरल पदार्थ के रूप में नारियल पानी का सेवन भी किया जा सकता है।
अगर वैज्ञानिक रिसर्च की बात करें, तो एक शोध में सामने आया है कि नारियल पानी में प्रोफाइलेक्टिक  प्रभाव होता है, जो किसी बीमारी या समस्या से बचाने का गुण रखता है। चूहों पर किए गए इस अध्ययन में सामने आया है कि नारियल पानी गुर्दे और अन्य हिस्से में जमा होने वाले किस्ट्रल को शरीर में चिपकने से रोक सकता है। इससे किडनी स्टोन व अन्य स्टोन की समस्या से बचा जा सकता है। इस शोध में यह भी जिक्र है कि कोकोनट वाटर का सेवन करने से पेशाब में ज्यादा क्रिस्टल भी नहीं बनते हैं ।
4. पाचन-नारियल का पानी पीने के फायदे में पाचन स्वास्थ्य भी शामिल है। पाचन खराब होते ही गैस, एसिडिटी व कब्ज जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है । इन दिक्कतों को नारियल पानी से दूर किया जा सकता है । रिसर्च में बताया गया है कि यह कब्ज के साथ ही अन्य पाचन संबंधी परेशानियों से राहत दिला सकता है। इसके परिणाम स्वरूप शरीर में खाना अच्छे से पचता है । शरीर में नारियल पानी पहुंचते ही यह डाइजेशन टॉनिक की तरह काम करता है । इस प्रकार नारियल पानी पीने के फायदे की सूची में बेहतर पाचन तंत्र भी शामिल है।
5. वजन कम करने में सहायक- अधिक वजन वाले लोग नारियल पानी पीकर मोटापे को नियंत्रित कर सकते हैं। इसमें कैलोरी की मात्रा कम होती है, जो वजन घटाने के लिए जरूरी है। साथ ही इसे पीने से पेट भरा हुआ लगता है, जबकि अन्य ड्रिंक के साथ ऐसा नहीं है। दरअसल, कोकोनट वाटर में डाइटरी फाइबर होता है । फाइबर शरीर में धीरे-धीरे हजम होता है, जिस कारण जल्दी भूख नहीं लगती। इसलिए, वजन कम करने के लिए नारियल पानी पीने के बारे में सोचा जा सकता है। डायटरी फाइबर की मात्रा बढ़ाने से वजन बढ़ने का खतरा भी कम होता है, लेकिन ध्यान रहे कि इसके साथ ही शारीरिक व्यायाम की भी आवश्यकता है ।वहीं, एक शोध में साल 2016 की रिपोर्ट का जिक्र है, जिसमें कहा गया है कि नारियल पानी विनेगर उच्च वसा और उच्च-फ्रुक्टोज आहार वाले पशुओं में लेप्टिन के स्तर को कम करके चयापचय क्रिया को सक्रिय करता है। इससे  एडिपोज टिशू (बॉडी फेट) मास कम हो सकता है। साथ ही यह शरीर में एंटी-ओबेसिटी के प्रभाव को बढ़ाता है। इसी रिसर्च में यह भी कहा गया है कि 10 हफ्ते तक नारियल पानी से बना सिरका का सेवन करने से चूहों का वजन नियंत्रित हुआ ।
6. मांसपेशियों में खिंचाव-शरीर में पोषक तत्वों की कमी से मांसपेशियों में खिंचाव की समस्या हो सकती है। इस समस्या को इलेक्ट्रोलाइट्स (मैग्नीशियम, पोटैशियम, कैल्शियम) का सेवन कर ठीक किया जा सकता है। एक अध्ययन के अनुसार, अमूमन शरीर में पोटैशियम की कमी होने पर मांसपेशियों में ऐंठन आती है । ऐसे में पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम जैसे सभी इलेक्ट्रोलाइट्स से युक्त नारियल पानी के सेवन से मांसपेशियों में खिंचाव से बचा जा सकता है ।
इसके अलावा, जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज करने के बाद होने वाले डिहाइड्रेशन की वजह से भी मांसपेशियों में खिंचाव हो सकता है । इसी वजह से एक्सरसाइज के बाद एनर्जी ड्रिंक की जगह कोकोनट वाटर पीकर मांसपेशियों में खिंचाव से बचा जा सकता है ।
7. डिहाइड्रेशन-जब शरीर में पानी की मात्रा कम हो जाती है, तो निर्जलीकरण यानी डिहाइड्रेशन का सामना करना पड़ता है। ऐसा अमूमन गर्मियों में या फिर दिनभर पर्याप्त मात्रा में पानी न पीने के कारण होता है। जैसे की हम ऊपर बता ही चुके है कि पानी की कमी को दूर करने में कोकोनट वाटर आवश्यक भूमिका निभाता है। यह शरीर को पूरी तरह से हाइड्रेट करने में मदद करता है। यही कारण है कि खिलाड़ी व्यायाम या फिर अभ्यास के बाद नारियल पानी जरूर पीते हैं ।
8. मजबूत हड्डियां-नारियल पानी के गुण में हड्डियों को मजबूत बनाना भी शामिल है। इसमें कैल्शियम, मैग्निशियम और फास्फोरस जैसे हड्डियों के लिए जरूरी माने जाने वाले पोषक तत्व पाए जाते हैं । इस विषय पर हुए विभिन्न शोधों में पाया भी गया है कि नारियल पानी हड्डियों के लिए लाभकारी है। वैज्ञानिकों का मानना है कि नारियल पानी हड्डियों के चयापचय यानी बोन मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है, जिससे रजनोवृत्ति के दौरान भी हड्डियां सुरक्षित रहती हैं ।
9. डायबिटीज-नारियल पानी पीने के फायदे में डायबिटीज से बचना भी शामिल है। अगर किसी के जहन में यह सवाल आए कि क्या हम मधुमेह में नारियल पानी पी सकते हैं, तो गौर हो कि एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक रिसर्च में कहा गया है कि नारियल पानी में एंटीडायबिटीक गतिविधि होती है। यह शरीर में इंसुलिन की मात्रा बढ़ता है, जो डायबिटीज के रोगियों के लिए लाभदायक होता है। इसके अलावा, यह व्यक्ति के ग्लाइकेटेड हीमोग्लोबिन के स्तर को कम कर सकता है, जिसका सीधा संबंध मधुमेह से है । दरअसल, इसका स्तर कम होने से डायबिटीज होने का खतरा कम हो सकता है।
वहीं, एक अन्य वैज्ञानिक अध्ययन में कहा गया है कि नारियल पानी में एल आर्जिनिन  एमिनो एसिड होता है, जो एंटी-डायबिटिक गुण को प्रदर्शित करता है। यह डायबिटीज से बचाने के साथ ही इसकी वजह से होने वाले ब्लड क्लॉट को भी कम करने का काम कर सकता है। दरअसल, नारियल पानी में एंटी-थ्रोम्बेटिक प्रभाव भी होते हैं, यह गुण रक्त के धक्के को जमने से रोकता है । इसलिए, कहा जा सकता है कि नारियल पानी के फायदे में मधुमेह के खतरे से बचाव भी शामिल है।
नारियल पानी में हाइपोग्लाइमिक प्रभाव और एंटीऑक्सीडेंट्स भी होते हैं। इन दोनों प्रभाव की वजह से नारियल का पानी शरीर में मौजूद ग्लूकोज की मात्रा को कम कर सकता है। इसी के परिणाम स्वरूप डायबिटीज के लक्षण व समस्या से राहत मिल सकती है ।
10. हैंगओवर-माना जाता है कि नारियल पानी पीने के फायदे में हैंगओवर को कम करना भी शामिल है। एक वैज्ञानिक अध्ययन की मानें तो नारियल पानी के इस्तेमाल से एंटी हैंगओवर ड्रिंक बनाई जा सकती है। शोध में कहा गया है कि इस ड्रिंक में नाशपाती (65%), मौसमी (25%) और नारियल पानी (10%) का उपयोग करके नशा कम करने वाला पेय बनता है। रिसर्च में कहा गया है कि पनीर, खीरा और टमाटर के साथ इस पेय का सेवन हैंगओवर के लक्षणों को कम कर सकता है । दरअसल, अल्कोहल का सेवन करने से शरीर में पोटैशियम की मात्रा कम हो जाती है। ऐसे में नारियल पानी का सेवन करने से शरीर में पोटैशियम की मात्रा को बनाए रखने में मदद मिल सकती है ।
11. शारीरिक ऊर्जा के लिए नारियल पानी के लाभ-तुरंत ऊर्जा पाने के लिए भी नारियल पानी पी सकते हैं । शरीर को ऊर्जा देने वाले ग्लूकोज, फ्रुक्टोज और सरकोज शुगर इसमें पाए जाते हैं। इसके अलावा कोकोनट वाटर में मौजूद एमिनो एसिड भी शरीर को ऊर्जा देने का काम कर सकता है। दरअसल, एमिनो एसिड शरीर में ग्लूकोज में परिवर्तित होता है। इसमें अन्य एनर्जी और स्पोर्ट्स ड्रिंक के मुकाबले 15 प्रतिशत अधिक पोटैशियम होता है । इसी वजह से इसे इन ड्रिंक से अधिक प्रभावी माना जाता है। एक अन्य शोध में कहा गया है कि एनर्जी ड्रिंक की जगह कोकोनट वाटर एक बेहतरीन विकल्प है ।
12. बेहतर इम्यून सिस्टम-नारियल पानी के फायदे में इम्यून सिस्टम यानी रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर करना भी शामिल है । नारियल पानी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स इम्यून फंक्शन को बेहतर करते हैं, जिसकी मदद से शरीर जल्दी बीमारियों की चपेट में आने से बचता है । प्रति 100 ग्राम नारियल पानी में करीब 2.4 एमजी विटामिन-सी होता है। विटामिन-सी शरीर में एंटीबॉडी का निर्माण करता है, जो विभिन्न बीमारियों से लड़ने में प्रतिरोधक प्रणाली की मदद करता है। साथ ही शरीर से टॉक्सिन व जीवाणुओं को बाहर निकालने में मदद करता है । इसके अलावा, नारियल पानी में जिंक भी पाया जाता है, जो इम्यून सिस्टम के लिए एक जरूरी न्यूट्रिएंट माना गया है । इस प्रकार बेहतर इम्यून सिस्टम भी नारियल पानी पीने के फायदे की लिस्ट में शामिल किया है।
13. सिरदर्द-कई लोगों के सिर में अक्सर दर्द बना रहता है। इस समस्या को कम करने के लिए भी नारियल पानी का सेवन किया जा सकता है । सिरदर्द होने का एक कारण डिहाइड्रेशन भी है । पानी की कमी की वजह से होने वाले सिरदर्द को पूरा करने का नारियल पानी पीना सबसे अच्छा प्राकृतिक उपाय है। जैसा कि लेख में हम ऊपर बता चुके हैं कि नारियल पानी को पीते ही शरीर हाइड्रेट हो जाता है । इस प्रकार नारियल पानी के उपयोग से सिरदर्द की समस्या कुछ हद तक कम हो सकती है।
14. अल्जाइमर-अल्जाइमर जैसे रोग से बचाव के लिए भी नारियल पानी का इस्तेमाल किया जा सकता है। अल्जाइमर मस्तिष्क से जुड़ी बीमारी है, जिसमें रोगी की याददाश्त धीरे-धीरे खत्म होने लगती है। एक अध्ययन में बताया गया है कि प्लाज्मा कोलेस्ट्रॉल, रक्तचाप (बीपी) और रक्त शर्करा के कारण अल्जाइमर की समस्या हो सकती है। वहीं, नारियल पानी के उपयोग से इन सभी जोखिम से बचा सकता है । इसके अलावा, एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित शोध के अनुसार रजोनिवृत्त महिलाओं में अल्जाइमर की रोकथाम और उपचार में भी नारियल पानी फायदेमंद हो सकता है । एक अन्य स्टडी में कहा गया है कि नारियल पानी में ट्रांस-जेटिन होता है। यह ट्रांस-जेटिन मस्तिष्क की कोशिकाओं को क्षति से बचाता है। साथ ही याददाश्त को बेहतर करने में मदद कर सकता है। इसलिए यह अल्जाइमर के उपचार में कुछ हद तक लाभकारी हो सकता है। ।
15. आंखों के लिए नारियल पानी के लाभ-आंखों को सेहतमंद रखने के लिए भी नारियल पानी के उपयोग को लाभदायक माना गया है। आंखों में होने वाली जलन और दर्द से छुटकारा पाने के लिए प्राचीन काल से नारियल पानी का उपयोग किया जा रहा है । इसके अलावा, नारियल पानी से आंखों के लिए आयुर्वेदिक दवा भी बनाई जाती है ।
इतना ही नहीं नारियल पानी में पाए जाने वाले विटामिन-सी को आंखों के लिए जरूरी माना गया है। एनसीबीआई की ओर से उपलब्ध शोध के मुताबिक, विटामिन-सी की मात्रा शरीर में कम होने से मोतियाबिंद होने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में नारियल पानी का सेवन करने से मोतियाबिंद के जोखिम से बचा जा सकता है । मोतियाबिंद से बचाव के संबंध में नारियल पानी पर अभी और शोध किए जाने की जरूरत है।
16. तनाव से राहत-ऑफिस के काम से लेकर घर की उलझनों की वजह से कई लोग तनाव ग्रस्त हो जाते हैं। इससे निपटने में भी नारियल पानी लाभदायक हो सकता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर उपलब्ध एक शोध में कहा गया है कि डाइट में नारियल पानी और नारियल को शामिल करने से न्यूरोलॉजिकल विकार को कम करने में मदद मिल सकती है। यह मूड को लाइट करके स्ट्रेस लेवल को घटा सकता है। रिसर्च में कहा गया है कि 12 औंस यानी 300 ml नारियल पानी दिन में दो बार लेने के साथ ही अन्य जूस का सेवन करने और लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव तनाव कम करने में सहायक है। इन बदलावों में योग करना, सब्जियों व फलों का सेवन करना और सेकंड-हैंड स्मोकिंग (बिना धूम्रपान के शरीर में पहुंचने वाला धुआं) से दूर रहने की सलाह भी शामिल है ।
17. याददाश्त में सुधार-कई वैज्ञानिक अध्ययनों में साबित हुआ है कि नारियल पानी में ग्लूटामाइन (एमिनो एसिड) होता है। यह दिमागी विकास में मदद करता है। साथ ही याददाश्त को भी बेहतर करता है। इसके अलावा, नारियल के पानी में ट्रांस-जेटिन (पौधों का डिवेलपमेंट हार्मोन) भी होता है, जो यह मस्तिष्क संबंधी समस्या जैसे एकाग्रता व स्मृति को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। नारियल पानी डिमेंशिया में भी सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। डिमेंशिया एक प्रकार का सिंड्रोम होता है, जिसमें याददाश्त, सोच, व्यवहार और रोजमर्रा की गतिविधियों की क्षमता में गिरावट आती है ।
18. हाइपोथायराइडिज्म-थायराइड ग्रंथि के पर्याप्त हार्मोंस का निर्माण न करने की स्थिति को हाइपोथायराइडिज्म कहा जाता है। माना जाता है कि नारियल पानी में स्वस्थ वसा की मात्रा ज्यादा होती है, इसलिए यह मेटाबॉलिज्म रेट को बेहतर करके वजन कम करने में मदद कर सकता है। इसमें ग्लूकोज, एमिनो एसिड व इलेक्ट्रोलाइट जैसे गुण भी होते हैं, जिस कारण से यह शरीर में ऊर्जा का स्तर बेहतर कर सकता है। साथ ही आंतों की कार्यप्रणाली को बेहतर कर सकता है। यही कारण है कि हाइपोथायराइडिज्म में सुधार हो सकता है। हालांकि, इस संबंध में किसी तरह का भी कोई वैज्ञानिक प्रमाण मौजूद नहीं है। इसी वजह से हाइपोथायराइडिज्म के लिए नारियल पानी के उपयोग से पहले एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए।
19. त्वचा के लिए नारियल पानी के लाभ-शरीर के साथ-साथ स्किन के लिए नारियल पानी के फायदे भी अनेक हैं। एक वैज्ञानिक अध्ययन में कहा गया है कि नारियल पानी को त्वचा पर लगाने से मुंहासे की समस्या को कम किया जा सकता है। साथ ही यह त्वचा को बढ़ती उम्र के लक्षण जैसे झुर्रियां से बचाने में भी मदद कर सकता है। इतना ही नहीं यह त्वचा पर पड़ने वाले स्ट्रेच मार्क्स को भी कम कर सकता है। इसके अतिरिक्त माना गया है कि नारियल पानी एग्जिमा यानी त्वचा पर होने वाली खुजली और लालिमा जैसी समस्या से राहत दिला सकता है ।
इसके अलावा, स्किन के लिए नारियल पानी के फायदे में दाग-धब्बों को कम करना भी शामिल है। दरअसल, कई शोध में साबित हुआ है कि विटामिन-सी के प्रयोग से पिगमेंटेशन को कम किया जा सकता है और नारियल पानी में विटामिन-सी भरपूर होता है  । ऐसे में नारियल पानी के उपयोग से त्वचा स्वास्थ्य को बनाए रखा जा सकता है।
20. नारियल पानी के फायदे बालों के लिए-बालों के स्वास्थ्य की बात करें, तो इसमें भी नारियल पानी को काफी फायदेमंद माना गया है। एलोपेशिया जैसी समस्या यानी गंजेपन से जूझ रहे लोगों को नारियल पानी जरूरी पोषक तत्व प्रदान कर सकता है। इसकी मदद से गंजेपन की समस्या से काफी हद तक बचा जा सकता है । साथ ही नारियल पानी में प्रोटीन और जिंक जैसे पोषक तत्व भी पाए जाते हैं, जो बालों को स्वस्थ बनाए रखने और झड़ने से रोकने के लिए जरूरी माने गए हैं । इसी वजह से माना जाता है कि नारियल पानी के फायदे बालों के लिए भी अनेक हैं।
नारियल पानी के फायदे के बाद अब यह जान लेते हैं कि नारियल पानी में कौन-कौन से पोषक तत्व होते हैं।
नारियल पानी के पौष्टिक तत्व – 
प्रति 100 ग्राम नारियल पानी 
पोषक तत्व मात्रा
पानी 94.99g
ऊर्जा 19 Kcal
कार्बोहाइड्रेट 3.71 g
प्रोटीन 0.72 g
कुल फैट 0.2 g
शुगर 2.61 g
डाइटरी फाइबर 1.1 g
कैल्शियम 24 mg
आयरन 0.29 mg
मैग्नीशियम 25 mg
फास्फोरस 20 mg
पोटैशियम 250 mg
सोडियम 105 mg
जिंक 0.1 mg
कॉपर 0.04 mg
मैंगनीज 0.142 mg
सैलेनियम 1 µg
विटामिन्स
विटामिन-सी 2.4 mg
थियामिन 0.03 mg
राइबोफ्लेविन 0.057 mg
नियासिन 0.08 mg
पैंटोथेनिक एसिड 0.043 mg
विटामिन-बी-6 0.032 mg
फोलेट 3 µg
कोलाइन 1.1mg
फैटी एसिड, टोटल सैचुरेटेड 0.176g
 नारियल पानी के नुकसान – 
कुछ लोगों को नारियल पानी पीने से एलर्जी हो सकती है।
हाइपरक्लेमिया (अधिक पोटैशियम) वाले मरीजों को जैसे गुर्दे की विफलता, एक्यूट एडरेनल (कोर्टिसोल हार्मोन की कमी) और पेशाब कम आने वाले रोगियों को नारियल पानी के सेवन से बचाना चाहिए। ऐसे लोगों को नारियल पानी के नुकसान होने का अधिक खतरा होता है।
इसके अधिक सेवन से शरीर में पोटैशियम की मात्रा बढ़ सकती है, जिससे किडनी संबंधी रोग हो सकता है।नारियल पानी के नुकसान में डायबिटीज का स्तर बढ़ना भी शामिल हो सकता है। जैसे कि हम ऊपर बता चुके हैं कि इसमें शुगर होता है। ऐसे में अगर मधुमेह रोगी इसका अधिक सेवन करते हैं, तो उनका शुगर लेवल बढ़ सकता है।
इस आर्टिकल को पढ़कर एक बात तो समझ आती है कि नारियल पानी के फायदे बेशुमार हैं। साथ ही आपको इस सवाल का जवाब भी मिल ही गया होगा कि नारियल पानी पीने से क्या होता है। ध्यान रखें कि अगर इसका सेवन सही मात्रा में और सही समय पर किया जाए, तो यह प्राकृतिक मीठा जल अमृत का काम कर सकता है। इतना ही नहीं, यह त्वचा संबंधी कई समस्याओं को भी ठीक करने की क्षमता रखता है। बेशक, नारियल पानी पूरे साल मिलता है, लेकिन गर्मियों में शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए इससे बेहतर कोई पेय पदार्थ नहीं हो सकता। बस तो अब नारियल पानी के फायदे और नुकसान दोनों को ध्यान में रखते हुए इसे अपनी नियमित दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं। हां, इस बात का ख्याल जरूरी रखें कि इसे गर्म न पिएं, बल्कि घर लाकर कुछ मिनटों के लिए फ्रिज में रख दें, ताकि यह पीने योग्य हो जाए।
नारियल पानी का सेवन प्रकृति का उपहार समझिए पीजिये आनंद कीजिये।नारियल पानी की वाणिज्यक व्यवस्था से एक बड़ा वर्ग रोजगार भी पाता है।आप का भला सब का भला।
जय हिंद।
****🙏****✍️
शुभ रात्रि।
"निर्गुणी"
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