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ऊंटनी का दूध।

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मैं मधुमेह रोग से ग्रस्त हूँ।गाहे बगाहे प्राकृतिक उपचार की तलाश में रहता हूँ।दूध से भी इसके उपचार में सहायता मिल सकती है।तो तलाशते तलाशते बहुत सारे लेख पड़ डाले।फिर मिला ऊंटनी के दूध पर लेख।आप जान कर आश्चर्यचकित हो जायेंगे के टाइप 1 मधुमेह के रोगियों के लिए ये रामबाण दवाई है।इसके और भी बहुत से फायदे है।लीजिये आप के सामने इसके फायदे।
आप सभी ने गाय, भैस, बकरी का दूध तो पिया होगा लेकिन क्या आपने कभी ऊंटनी का दूध पीया है?, जी हां ऐसे कई देश है जहां ऊंटनी का दूध पिया जाता है और सिर्फ पिया ही नहीं जाता बल्कि औषधि के रुप में इसका इस्‍तेमाल किया जाता है। ऊंटनी के दूध के चमत्‍कारी फायदों के वजह से ही इसे सफ़ेद सोना भी कहा जाता है।
सउदी अरब के अलावा भारत के कई शहरों में ऊंटनी के दूध का सेवन किया जाता है। राष्ट्रीय उष्ठ अनुसंधान केंद्र, बीकानेर राजस्थान में ऊंटनी के दूध से कई लोगों का मानसिक और कुपोषण का इलाज किया जा चुका है। बीकानेर में ऊंटनी के दूध से बनी आइसक्रीम, फ्लेवर्ड मिल्क, कुल्फी, चाय, कॉफ़ी ,गुलाब जामुन, पेड़े , बर्फी, चॉक्लेट,शुगर फ्री लस्सी भी उपलब्ध है। यहां तक की विदेशों में ऊंट के दूध की बहुत डिमांड है। कई तरह के दवाइयों में ऊंटनी के दूध का इसतेमाल किया जाता है। आइए जानते है इस रेगिस्‍तान के जहाज के दूध के बेमिसाल फायदों के बारे मे...
ऊंटनी के दूध पीने से मधुमेह का खतरा भी कम हो जाता है। ऊंटनी के दूध में तकरीबन 52% इंसुलिन होता है जो मधुमेह को काबू में रखने के लिये उत्तम है।और इस दूध के इतने फायदे को देखते हुए इसका इस्तेमाल दवाई बनाने के लिए भी किया जा रहा है। सउदी अरब के अलावा भारत में भी बड़ी मात्रा में ऊंटनी का दूध पिया जाता है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाने में ऊंटनी का दूध अमृत के सामान है, ये एक प्राकृतिक एन्टीबियोटिक्स हैं जो बिना किसी साइड इफ़ेक्ट के शरीर को रोगों से लड़ने की जबरदस्त क्षमता प्रदान करता हैं।
ऊंटनी के दूध से हड्डियों बहुत मजबूत होती हैं, क्योंकि इसमें प्रचुर मात्रा में कैल्शियम पाया जाता हैं।
इसके अलावा इस दूध में लेक्टोफेरिन नामक तत्व पाया जाता है जो कैंसर जैसी घातक बीमारी से लड़ने के लिए शरीर को तैयार करता है। इसमें पाये जाने वाले तत्वों से खून साफ व सही रहता हैं जिससे लीवर की बीमारियां नहीं होती हैं।
ऊंटनी के दूध में अल्फा हाइड्रोक्सिल अम्ल पाया जाता है। जो कि त्वचा को निखारने का काम करता है। इसीलिए इसका इस्तेमाल सौंदर्य संबंधी सामग्री बनाने में किया जाता है।
एक शोध के अनुसार ऊंटनी का दूध बच्चों के लिए काफी पायदेमंद है। खासकर मंद बुद्धि बच्चों के लिए। कुछ माह इसका सेवन करने से ऑर्टिज्म जैसी बीमारियों से भी निजात मिलता है।
इसमें ऐसे गुण पाएं जाते है। जो कि शरीर से विषाक्त तत्वों को बाहरर निकालता है। जिससे आपको पेट संबंधी हर समस्या से निजात मिलता है।
इसमें भरपूर मात्रा में पोषक तत्व और विटामिन्स पाई जाती है। जो कि एक एंटीबायोटिक की तरह काम करता है। इसके दूध में एक खास तरह का प्रोटीन है जो अन्य दूध में नहीं होता। ऊंट का आहार नीम, बबूल, आंक, बाखड़ा जैसी झड़ी बूटियां हैं। ऐसे में इसका दूध भी आयुर्वेदिक औषधि के रूप में काम कर रहा है। जिससे आपका शरीर संक्रामक रोगों से आसानी से बचाता है। इसके साथ शरीर में कोशिकाओं का निर्माण करता है।
ऊंटनी का दूध विटामिन और खनिज तत्वों से भरपूर होता है। इसमें एंटीबॉयटिक तत्‍व काफी मात्रा में मौजूद होते हैं। इसके नियमित सेवन से ब्लड शुगर, इंफेक्शन, तपेदिक, आंत में जलन, गैस्ट्रिक कैंसर, हैपेटाइटिस सी, एड्स, अल्सर, हृदय रोग, गैंगरीन ,किडनी संबंधी बीमारियों से शरीर का बचाव करता है।
ऊंटनी का दूध तुरंत पच जाता है। इसमें दुग्ध शर्करा, प्रोटीन, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट,सुगर, फाइबर ,लैक्टिक अम्ल, आयरन, मैग्निशियम, विटामिन ए , विटामिन ई , विटामिन बी 2, विटामिन सी , सोडियम, फास्फोरस ,पोटैशियम, जिंक, कॉपर, मैग्नीज जैसे बहुत सारे तत्व पाए जाते हैं।
ऊंटनी के दूध में न सिर्फ इंसुलिन मौजूद होता है बल्कि ये लो फैट गुणों से भरपूर होता है। जिसका मतलब होता है कि इसके सेवन से आपको अनचाहे वजन की समस्‍या से नहीं गुजरना होगा। इसके अलावा इसमें कॉलेस्‍ट्रोल भी ना के बराबर होता है
अमूल भी ऊंटनी का दूध बेचता है।मैं भी जल्द ही इसका उपयोग शुरू करूंगा।देखते है क्या फायदा होता है।
जय हिंद।
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शुभ रात्रि
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