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हरी प्याज़।

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सर्दियो में हरी प्याज़ भी बहुत बेहतरीन मिलती है।हरी प्याज़ आलू की सब्ज़ी वाह क्या स्वाद साथ मे लस्सी।खैर खाना अपनी जगह और स्वास्थ्य सब जगह। हरी प्याज या कहें स्प्रिंग अनियन के सेवन  न केवल स्वादिष्ट होती है, बल्कि हमारे शरीर को स्वस्थ रखने के लिए भी बहुत अच्छी भी होती है। आमतौर पर इसे स्कैलियन , हरी पत्तेदार प्याज या स्प्रिन अनियन  के नाम से जाना जाता है।हरी प्याज में भरपूर पोषक तत्व और विटामिन होने की वजह से इसे चाइनीस फूड में सबसे ज्यादा उपयोग किया जाता है। सादा प्याज के मुकाबले यह ज्यादा स्वादिष्ट होती है। इसके थोड़े से इस्तेमाल से ही व्यंजन का स्वाद दोगुना हो जाता है। आप चाहें, तो इसकी सब्जी बनाकर या फिर कच्चा भी खा सकते हैं।
कुछ रिसर्च के अनुसार, यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने, दिल के दौरे और स्ट्रोक के खतरे को कम करने में बहुत सहायक है। बेशक आप हरी प्याज खाते हों, लेकिन यकीनन आपको इसके फायदे और नुकसान की जानकारी नहीं होगी। चलिए आज इसी पे आनंद चर्चा हो जाये। जानिए हरा प्याज खाने के फायदे और नुकसान के बारे में। लेकिन इससे पहले जान लीजिये हरी प्याज क्या होती है?हरी प्याज सादा प्याज का ही एक रूप है। इसमें गहरे हरे रंग के पत्तों के साथ सफेद रंग की छोटी सी प्याज होती है। मुख्य रूप से इस प्याज का इस्तेमाल गार्निशिंग के लिए किया जाता है। हालांकि, कुछ लोग इसका उपयोग खाने की सुगंध बढ़ाने के लिए भी करते हैं। वैसे तो यह सफेद रंग की होती है, लेकिन कई जगह लाल और पीली स्प्रिंग अनियन भी मिल जाती है। यह एक बहुमुखी सब्जी है, जो एशियाई व्यंजनों में लोकप्रिय है, लेकिन भारत में भी अब इसे कई व्यंजनों में डालकर खाया जाता है। इसमें विटामिन सी और फाइबर होने की वजह से यह कई रोगों से लड़ने में आपकी मदद करती है।अच्छी बात ये है, कि यह सब्जी सालभर मार्केट में उपलब्ध होती है, लेकिन बसंत के मौसम में अच्छी गुणवत्ता वाली हरी प्याज मिल जाती है। इसे अगर सलाद, सैंडविच के साथ सलाद के रूप में खाया जाए, तो हरी प्याज बहुत स्वादिष्ट लगती है। माना जाता है, कि हरी प्याज की उत्पत्ति पूर्व में हुई थी और यह सदियों से चीन और जापान के लोगों की पसंदीदा भोजन रही है। 2000 ई पूर्व में चीनी इतिहास के अभिलेखों में भी हरी प्याज का जिक्र किया गया है। आइए अब हम हरे प्याज के फायदों के बारे में विस्तार से जानते हैं। और जानतें हैं कि हरी प्याज क्यों खानी चाहिए।
इसमें विटामिन सी, कैल्शियम, फाइबर, विटामिन ए, बी-6, थायमीन, फोलेट और मिनरल्स भरपूर मात्रा में होते हैं, जो आपको दिल से जुड़ी बीमारी से बचाते हैं। आपको बता दें, कि सौ ग्राम हरी प्याज आपको 110 कैलोरी ऊर्जा प्रदान करती है।
आपके लिए हरी प्याज में मौजूद पोषक तत्वों के कारण ही यह स्वास्थ्य के लिए इतनी फायदेमंद होती है। यहां हम आपको इसमें मौजूद पोषक तत्वों के बारे में बता रहे हैं।
हरी प्याज के 100 ग्राम में 
पोषक तत्व मात्रा प्रति 100 Gइस तरह से हैं।
पानी 89.83 g
ऊर्जा 32 kcal
प्रोटीन 1.83 g
टोटल लिपिड (फैट) 0.19 g
कार्बोहाइड्रेट 7.34 g
फाइबर , टोटल डाइटरी 2.6 g
शुगर, 2.33 g
मिनरल की मात्रा इस तरह से है
कैल्शियम , Ca 72 gm
आयरन , Fe 1.48 mg
मैग्नीशियम , Mg 20 mg
फास्फोरस , P 37 mg
पोटैशियम , K 276 mg
सोडियम, Na 16 mg
जिंक , Zn 0.39 mg
कॉपर , Cu 0.083 mg
मैंगनीज Mn 0.16 mg
सेलेनियम , Se 0.6 µg
विटामिन की मात्रा इस तरह से है
विटामिन सी 18.8 mg
थाइमिन 0.055 mg
राइबोफ्लेविन 0.080 mg
नियासिन 0.525 mg
विटामिन बी-6 0.061 mg
फोलेट 64 µg
विटामिन ए,RAE 50 µg
विटमिन ए,।U 997 ।U
विटामिन ई 0.55 mg
विटामिन के 207.0 µg
लिपिड
फैटी एसिड, टोटल सैचुरेटेड 
0.032 g
फैटी एसिड, टोटल मोनोसैचुरेटेड 0.027 g
फैटी एसिड, टोटल पॉलीसैचुरेटेड 0.074 g
आपको बता दें, कि स्प्रिंग अनियन में कार्ब, कैलोरी और फैट बहुत कम मात्रा में होते हैं। जबकि विटामिन सी, विटामिन बी, फाइबर, फास्फोरस, पोटेशियम, मैग्नीशियम, विटामिन ए, फोलेट और कैल्शियम अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं। आइए, अब हरी प्याज के फायदों के बारे में जानते हैं
आपके स्वास्थ्य के लिए हरी प्याज के अनेकों फायदे हैं। इसके सेवन से कोलेस्ट्रॉल लेवल कम होता है। इसमें एंटी बैक्टीरियल गुण होने के कारण यह पाचन में सुधार करती है। इतना ही नहीं, यह चेहरे की त्वचा के लिए भी बहुत लाभकारी है। तो चलिए, यहां जानते हैं हरे प्याज खाने से और कौन-कौन से फायदे हो सकते हैं।
हरी प्याज कैंसर के खतरे को कम करने में बहुत फायदेमंद है। यह सल्फर का उत्कृष्ट स्त्रोत है, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है। इसमें एलिल सल्फाइड और फ्लेवोनॉइड जैसे योगिक कैंसर कोशिकाओं का उत्पादन करने वाले एंजाइमों से लड़ते हैं, जिससे कैंसर होने की संभावना कम हो जाती है। विशेषज्ञों के अनुसार, अपने दैनिक आहार में हरी प्याज को शामिल करके कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से खुद को बचाया जा सकता है 
विटामिन सी और ए से भरपूर हरा प्याज शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने और संक्रमण से बचाने में बहुत मदद करता है।
हरी प्याज में मौजूद सल्फर ब्लड शुगर लेवल को कम रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। जो शुगर की बीमारी से बचने का एक आसन तरीका है । मधुमेह होने का मुख्य कारण रक्त में शुगर की मात्रा बढ़ जाना होता है। इसमें सल्फर जैसे कंपाउंड्स होने के कारण शरीर में इंसुलिन का उत्पादन करने की क्षमता बढ़ जाती है।हरी प्याज खाने से ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है, जो विशेषरूप से डायबिटीज वाले लोगों के लिए महत्वपूर्ण है। यह काफी हद तक मधुमेह को रोकने में भी सहायक है। हरी प्याज मधुमेह के लिए सीधे तौर पर किस प्रकार काम करती है, इस पर फिलहाल अभी और शोध की आवश्यकता है ।
हरे पत्ते वाली प्याज में मौजूद विटामिन सी शरीर में उच्च कोलेस्ट्रॉल और रक्तचाप के स्तर को कम करने के लिए जाना जाता है, जो बदले में हृदय रोग के जोखिम को कम करता है। प्याज में मौजूद सल्फर कोरोनरी हार्ट डिसीस के खतरे को कम करने में भी सहायक है। एक वैज्ञानिक रिसर्च में ऐसा पाया गया है कि फाइबर युक्त आहार का सेवन करने पर शरीर के कुल सीरम और लो डेंसिटी लिपिड कोलेस्ट्रोल (ख़राब कोलेस्ट्रोल) को कुछ हद तक कम किया जा सकता है । हरी प्याज में फाइबर की अच्छी मात्रा पाई जाती है। जो ख़राब कोलेस्ट्रोल को कम करने में आपकी मदद कर सकती हैं।
हरे प्याज के सेवन से हड्डियों के स्वास्थ्य में सुधार किया जा सकता है। हरी प्याज में विटामिन सी और विटामिन के (K) अच्छी मात्रा में पाया जाता है, जो हड्डियों के सामान्य कामकाज के लिए बहुत जरूरी है। विटामिन सी कोलेजन के संश्लेषण में मदद करता है, जिससे हड्डियां मजबूत होती है, वहीं विटामिन के (K) हड्डियों के घनत्व को बनाए रखने में बहुत मददगार है। प्याज में ऐसे यौगिक पाए जाते हैं, जो हड्डियों को नुकसान से बचाने के साथ ही हड्डियों को मजबूत बनाने में योगदान दे सकते हैं ।
पेट की की समस्यायों को दूर करने के लिए हरी प्याज का उपयोग लाभकारी हो सकता है, क्योंकि इसमें फाइबर की उच्च मात्रा पायी जाती है । हरी प्याज दस्त और पेट की अन्य जटिलताओं को रोकने के लिए प्राकृतिक उपचार के रूप में कार्य करती है। इसके अलावा यह आपकी भूख में भी सुधार करने के लिए जानी जाती है।
स्प्रिंग प्याज हमेशा ही ऐपेटाइज़र के रूप में पसंद की जाती है। इसमें फाइबर पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है, जो आपके पाचन में बहुत मददगार है। उच्च मात्रा में फाइबर से भरपूर होने के कारण यह आपके पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में भी बहुत मदद करती है। आप इसे रात या दोपहर के खाने में अन्य सब्जियों के साथ कच्चा या पका हुआ शामिल कर सकते हैं।
हरी प्याज में सल्फर होने की वजह से यह फंगल ग्रोथ को रोकता है, जबकि विटामिन के (k) रक्त के थक्कों के बनने में मदद करता है। इसे रक्त परिसंचरण को बढ़ाने के लिए भी जाना जाता है, जिससे तनाव और थकान को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
अगर उम्र के साथ आपकी नजर कमजोर हो रही हों, तो आपको हरी प्याज का सेवन शुरू कर देना चाहिए। यह आपकी आंखों की दृष्टि को नुकसान से बचाती है। दरअसल, इसमें कैरोटीनॉयड और विटामिन ए होता है, जो आंखों के लिए बहुत अच्छा काम करता है । आप चाहें, तो इसे गाजर, खीरे के साथ सलाद के रूप में खा सकते हैं।
त्वचा के लिए फायदेमंद हरी प्याज
हरी प्याज खाने से आपकी त्वचा बेहद कोमल और चमकदार हो जाती है। दरअसल, इसमें मौजूद मैक्रो न्यूट्रिएंट्स विटामिन सी शरीर में कोलेजन का निर्माण करता है, जिससे त्वचा में लचीलापन आता है और झुर्रियां बनने से रूक जाती हैं।
कम कैलोरी और फैट होने के लिहाज से हरी प्याज वजन कम करने में भी बहुत मदद करती है। आप वजन कम करने के लिए अपने सलाद में हरी प्याज को शामिल कर सकते हैं।
एंटी बैक्टीरियल और एंटी वायरल गुणों के कारण हरी प्याज वायरल और फ्लू से लड़ने के लिए बहुत अच्छी दवा है। यह सर्दी-जुकाम के कारण गले में जमने वाले बलगम को भी कम करने में मदद करती है। इसलिए अब जब भी आपको सर्दी या जुकाम हो, तो एक हरी प्याज का सेवन जरूर कर लें, बहुत आराम मिलेगा ।
कई लोग हरी प्याज का उपयोग केवल सलाद या सब्जी के रूप में करते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है। हरे प्याज का उपयोग आप एक या दो तरह से नहीं, बल्कि कई तरहों से कर सकते हैं। 
हरी प्याज को सलाद में कच्चा इस्तेमाल किया जा सकता है।
सूप, नूडल्स, सालसा में इस्तेमाल होने पर इन चीजों का स्वाद दोगुना बढ़ जाता है।हरी प्याज और सब्जी का सूप बनाकर पी सकते हैं।हरी प्याज के भरवां पराठें बनाकर खाए जा सकते हैं।
कई लोग जानना चाहते हैं, कि हरी प्याज कब और कैसे खानी चाहिए। तो हम आपको बता दें, कि वैसे तो आप हरी प्याज कभी भी खा सकते हैं। लेकिन कोशिश करें, कि इसे सुबह के नाश्ते, लंच या फिर डिनर में खाएं। चाहें, तो सलाद के रूप में या चाहें,तो इसकी सब्जी बनाकर भी खाई जा सकती है। अब सवाल है, कि हरी प्याज आखिर कितनी खानी चाहिए। तो बता दें, कि अन्य खाद्य पदार्थों की तरह ही इसका सेवन सीमित मात्रा में करें, क्योंकि अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से सेहत को नुकसान भी हो सकता है।
देखा जाए, तो हरी प्याज के फायदे ज्यादा और नुकसान बहुत कम हैं। लेकिन इसका जरूरत से ज्यादा सेवन किया जाए, तो ये आपके लिए कुछ मायनों में नुकसानदायक साबित हो सकती है। जिन लोगों को सादा प्याज खाने से एलर्जी है, उन्हें संभवत: हरी प्याज के सेवन से भी एलर्जी हो सकती है।हरी प्याज के अधिक सेवन से हृदय से जुड़े रोग पैदा हो सकते हैं। इसमें मौजूद कैल्शियम की अधिक मात्रा इसके लिए जिम्मेदार हो सकती है।जिन्हें प्याज की दुर्गंध बर्दाश्त नहीं है, उन्हें इसका सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि हरी प्याज खाने से भी मुंह से बदबू आ सकती है।
हरे प्याज में फाइबर की मात्रा अधिक पाई जाती है । इसलिए हरी प्याज के ज्यादा सेवन से गैस, मतली और उल्टी की समस्या हो सकती है। इसलिए इसका सेवन सीमित मात्रा में करे।
मगर सर्दियां है।हरी हरी सब्ज़ियां है। भरपूर खायें। स्वस्थ रहें स्वस्थ रखें।
जय हिंद।
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सुप्रभात।
"निर्गुणी'
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